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Date: Sun, 31 JUL 2011 19:43:03 +0530
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(अपनी बात)
कूर्मि क्षत्रिय महासंघ बनाने के पीछे उद्देश्य बहुत ही ब्यापक है चूँकि
देश का प्रत्येक नागरिक वो किसी भी धर्म,जाति या सम्प्रदाय का हो राष्ट्र
व समाज के प्रति उसके उत्तरदायित्व व अधिकार संविधान मेँ भी निश्चित किये
गये है ।वैदिक काल मेँ जहाँ भारत विश्वगुरु का स्थान पा चुका है वहीँ
आधुनिक युग मेँ इसकी स्थिति सर्व विदित है ।
सर्व धर्म सम्भाव,अनेकता
मेँ एकता लिये हमारा देश सदा से ही सभी का सिरमौर रहा है ।
आजादी के बाद से ज्योँ-ज्योँ हमने समय गुजारा हमारी एकता ,अखण्डता को
ग्रहण लग गया और हमारी जीवन शैली बिल्कुल एकाकी हो गयी
एक प्रकार से हमनेँ स्वयं को कैद कर लिया ऐसे मेँ जबकि जीवन की आपाधापी
इस कदर बढ़ गयी हो तो जन-जन तक पहुँच कर मिशन को आगे बढ़ाना एक बड़ी
चुनौती थी ।
ऐसी स्थित मेँ 'होरी' साहब का यह निर्णय वास्तव मेँ ही अद्भुत है चूँकि
इससे एक ओर जहाँ
संगठित होना अत्यन्त सुलभ होगा वहीँ दूसरी ओर शैक्षिक स्तर भी गुणवत्ता
पूर्ण तरीके से ऊँचा उठेगा ऐसा मेरा विश्वास है। क्रमशः....
*डा॰सत्येन्द्र पटेल(फते.)
31-07-2011
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