कुल पेज दृश्य

मंगलवार, 30 अगस्त 2011

किसानों के लिए .....

  [१] मूल्य तो कम ही मिलेगा , लागतें  ज्यादा सही ,

        'होरी' यही तो कृषि  उपज का, राजनीतिक   खेल है |

    [२] उत्तम खेती  ही  कहेंगे ,अधम से  भी  अधम  हो ,

     'होरी' यही  तो, शहरियों की  कृषि  विरोधी   चाल है |

[३] देशी कृषक  को ,  मूल्य   कम , सुविधाएँ    कम ,

  'होरी' विदेशी अन्न   के , हम तो कायल   पूर्व  से |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें