किसान होता बेहाल
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गेहूं ,धान ऐसी फसलें हैं जिनमें जुताई ,खाद ,पानी ,बीज ,मजदूरी ,दवाएं सब की लागत फसलों के उत्पादन मूल्य से अधिक होती है |इनकी खेती से किसान दिनों दिन घाटे में जाकर गरीब होता जा रहा है |
कृषक जातियां कंगाल हो रही हैं | आईये किसानों को समझाएं कि वे अपने परिवार की आवश्यकता के लिए ही ये फसलें बोयें |शेष खेतों में सब्जियों , फूलों , औषधियों ,फलदार पौधों आदि की खेती ही करें |खेत की मेंड़ों में सागौन , युकिलिप्तास के पेड़ लगायें | उत्पादों को स्वयं नगरों में ले जाकर बेचें |
किसान सम्पन्न तो राष्ट्र सम्पन्न |
समस्त से अनुरोध है कि इसका प्रचार प्रसार करें |
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