होरी कहिन
---------
रिश्वत देना सिद्ध है , लेना सिद्ध न होय ।
हाय ,अगस्ता कर रहे , भारत में हर कोय।।
भारत में हर कोय , ढूँढता लेने वाला ।
लेने वाले ख़ुश हैं , दुखिया देने वाला ।।
होरी बोलो गर्व से , हम हैं भारत ।
नहीं डकार भी लें हम ,खाकर रिश्वत ।।
००००००००००००००००००००००००
राजकुमार सचान होरी
Sent from my iPad
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें