कुल पेज दृश्य

शुक्रवार, 18 नवंबर 2011

अखिल भारतीय कुर्मिक्षत्रिय महा संघ के जनपद उन्नाव के अध्यक्ष *************************************************************************** डाक्टर यस पी सिंह पुत्र श्री स्वर्गीय सी पी सिंह ४३६ पन्ना लाल पार्क ,उन्नाव महा संघ के जनपद के जिला अधक्ष बनाये गए .श्री सिंह जनपद के निम्न पदाधिकारी नामांकित करें [1] उपाध्यक्ष [2] महा सचिव [३] कोशाध्यक्ष [४] प्रचार मंत्री [5] संगठन मंत्री . तहसील और ब्लाक संगठन भी खडा करें .

अखिल भारतीय कुर्मिक्षत्रिय  महा संघ  के  जनपद  उन्नाव   के अध्यक्ष  
***************************************************************************
           डाक्टर यस पी सिंह पुत्र श्री स्वर्गीय सी पी सिंह ४३६ पन्ना लाल पार्क ,उन्नाव  महा संघ के जनपद के जिला अधक्ष बनाये गए .श्री सिंह जनपद के निम्न पदाधिकारी नामांकित  करें 
[1] उपाध्यक्ष   [2] महा सचिव [३] कोशाध्यक्ष  [४] प्रचार मंत्री [5] संगठन  मंत्री  . तहसील और  ब्लाक संगठन भी खडा करें .

गुरुवार, 17 नवंबर 2011

कुर्मी और गरीबी ************************ देश में सबसे अधिक कुर्मी जाति [९९%] आज भी गांवों में रह रही है . कुर्मी जाति का मात्र 5% नौकरियों या व्यवसाय में लगा है.इन 5% को छोड़ दें तो ९५% संख्या किसानी कार्यों में आज भी गुज़र बसर करने को मजबूर है .आज सभी को पता है की पारंपरिक खेती में शुद्ध लाभ कुछ भी नहीं है . यही कारण है की किसान की आर्थिक स्थिति दिनों दिन खराब होती चली जा रही है .चूंकि देश में आज सबसे अधिक कुर्मी जाती का ही किसान है इसलिए स्पस्ट है की कुर्मियों की आर्थिक सबसे अधिक खराब होगी ही . इधर खेती के क्षेत्र में प्राइवेट कम्पनियां धीरे धीरे प्रवेश कर रही हैं जिससे होगा यह की किसानों की भूमि वे लीज़ में ले कर उसी भूमि में उन्ही किसानों को मजदूरों के रूप में रखेंगी और आज का किसान कल का मजदूर बन जाएगा . आज भी कुछ लघु और सीमान्त किसान मनरेगा में मजदूरी करते देखे जा सकते हैं .वह समय दूर नहीं जब कुर्मी समाज मजदूर बन जायेगा . चेतने का समय है.खेती क्रैश क्राप करके बचायी जा सकती है. जिले के उद्यान अधिकारी से संपर्क कर फलों ,सब्जियों और फूलों खी खेती करना सुरू कर दें .खेतों में अधिक से अधिक टीक [सागौन] के पेड़ लगाएं . यदि १०००[एकहजार] टीक लगाये जाँय तो १५ से २० सालों में वे ३ से ४ करोड़ रूपये तक हो जायेंगे और मजदूर बन्ने वाला किसान करोडपति बन जायेगा . एक उपाय यह भी है की एक दो बीघा खेत बेच कर अपने पास के कसबे में एक प्लाट ले लें जो कुछ वर्षों में ही आपकी कुल ग्रामीण भूमि से अधिक कीमती हो जायेगा . साथ ही इसके माध्यम से आप शहर में भी आ जायेंगे और नगरीय सुविधाएँ पाने लगेंगे . आईये जो जागरूक हैं वे चेतें और अपने ग्रामीण परिवारों और मित्रों को इन रास्तों पर ले आयें . यह कुर्मी समाज के साथ बहुत बड़ा उपकार होगा. राज कुमार सचान 'होरी' राष्ट्रीय अध्यक्ष ,अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महा संघ

कुर्मी और गरीबी 
************************
देश में सबसे अधिक कुर्मी जाति [९९%] आज भी गांवों में रह रही है . कुर्मी जाति का मात्र 5% नौकरियों  या व्यवसाय में लगा है.इन  5% को छोड़ दें तो ९५% संख्या किसानी कार्यों में आज भी गुज़र बसर करने को  मजबूर है .आज सभी को पता  है की पारंपरिक खेती में शुद्ध लाभ  कुछ भी नहीं है . यही कारण है की किसान की आर्थिक स्थिति दिनों दिन खराब होती चली जा रही है .चूंकि देश में आज सबसे अधिक कुर्मी जाती का ही किसान है इसलिए स्पस्ट है की कुर्मियों की आर्थिक सबसे अधिक खराब होगी ही .
                                   इधर खेती के क्षेत्र में प्राइवेट कम्पनियां धीरे धीरे प्रवेश कर रही हैं जिससे होगा यह की किसानों की भूमि वे लीज़  में ले कर उसी भूमि में उन्ही किसानों को मजदूरों के रूप में रखेंगी  और आज का किसान कल का मजदूर बन जाएगा . आज भी कुछ लघु और सीमान्त किसान मनरेगा में मजदूरी करते देखे जा सकते हैं .वह समय दूर नहीं जब कुर्मी समाज मजदूर बन जायेगा .
                         चेतने का समय है.खेती क्रैश क्राप करके बचायी जा सकती है. जिले के उद्यान अधिकारी से संपर्क कर फलों ,सब्जियों और फूलों खी खेती करना सुरू कर दें .खेतों में अधिक से अधिक टीक [सागौन] के पेड़ लगाएं . यदि १०००[एकहजार] टीक लगाये जाँय तो १५ से २० सालों में वे ३ से ४ करोड़ रूपये तक हो  जायेंगे और मजदूर बन्ने वाला किसान करोडपति बन जायेगा . एक उपाय यह भी है की एक दो बीघा खेत बेच कर अपने पास के कसबे में एक प्लाट ले लें जो कुछ वर्षों में ही आपकी कुल ग्रामीण भूमि से अधिक कीमती हो जायेगा . साथ ही इसके माध्यम से आप शहर में भी आ जायेंगे और नगरीय सुविधाएँ पाने लगेंगे  .
                              आईये जो जागरूक हैं वे चेतें और अपने ग्रामीण परिवारों और मित्रों को इन रास्तों पर ले आयें . यह कुर्मी समाज के साथ बहुत बड़ा उपकार होगा.
                                                                                                    राज कुमार सचान 'होरी' 
                                                                                                           राष्ट्रीय अध्यक्ष ,अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महा संघ 

कुर्मी और गरीबी ************************ देश में सबसे अधिक कुर्मी जाति [९९%] आज भी गांवों में रह रही है . कुर्मी जाति का मात्र 5% नौकरियों या व्यवसाय में लगा है.इन 5% को छोड़ दें तो ९५% संख्या किसानी कार्यों में आज भी गुज़र बसर करने को मजबूर है .आज सभी को पता है की पारंपरिक खेती में शुद्ध लाभ कुछ भी नहीं है . यही कारण है की किसान की आर्थिक स्थिति दिनों दिन खराब होती चली जा रही है .चूंकि देश में आज सबसे अधिक कुर्मी जाती का ही किसान है इसलिए स्पस्ट है की कुर्मियों की आर्थिक सबसे अधिक खराब होगी ही . इधर खेती के क्षेत्र में प्राइवेट कम्पनियां धीरे धीरे प्रवेश कर रही हैं जिससे होगा यह की किसानों की भूमि वे लीज़ में ले कर उसी भूमि में उन्ही किसानों को मजदूरों के रूप में रखेंगी और आज का किसान कल का मजदूर बन जाएगा . आज भी कुछ लघु और सीमान्त किसान मनरेगा में मजदूरी करते देखे जा सकते हैं .वह समय दूर नहीं जब कुर्मी समाज मजदूर बन जायेगा . चेतने का समय है.खेती क्रैश क्राप करके बचायी जा सकती है. जिले के उद्यान अधिकारी से संपर्क कर फलों ,सब्जियों और फूलों खी खेती करना सुरू कर दें .खेतों में अधिक से अधिक टीक [सागौन] के पेड़ लगाएं . यदि १०००[एकहजार] टीक लगाये जाँय तो १५ से २० सालों में वे ३ से ४ करोड़ रूपये तक हो जायेंगे और मजदूर बन्ने वाला किसान करोडपति बन जायेगा . एक उपाय यह भी है की एक दो बीघा खेत बेच कर अपने पास के कसबे में एक प्लाट ले लें जो कुछ वर्षों में ही आपकी कुल ग्रामीण भूमि से अधिक कीमती हो जायेगा . साथ ही इसके माध्यम से आप शहर में भी आ जायेंगे और नगरीय सुविधाएँ पाने लगेंगे . आईये जो जागरूक हैं वे चेतें और अपने ग्रामीण परिवारों और मित्रों को इन रास्तों पर ले आयें . यह कुर्मी समाज के साथ बहुत बड़ा उपकार होगा. राज कुमार सचान 'होरी' राष्ट्रीय अध्यक्ष ,अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महा संघ

कुर्मी और गरीबी 
************************
देश में सबसे अधिक कुर्मी जाति [९९%] आज भी गांवों में रह रही है . कुर्मी जाति का मात्र 5% नौकरियों  या व्यवसाय में लगा है.इन  5% को छोड़ दें तो ९५% संख्या किसानी कार्यों में आज भी गुज़र बसर करने को  मजबूर है .आज सभी को पता  है की पारंपरिक खेती में शुद्ध लाभ  कुछ भी नहीं है . यही कारण है की किसान की आर्थिक स्थिति दिनों दिन खराब होती चली जा रही है .चूंकि देश में आज सबसे अधिक कुर्मी जाती का ही किसान है इसलिए स्पस्ट है की कुर्मियों की आर्थिक सबसे अधिक खराब होगी ही .
                                   इधर खेती के क्षेत्र में प्राइवेट कम्पनियां धीरे धीरे प्रवेश कर रही हैं जिससे होगा यह की किसानों की भूमि वे लीज़  में ले कर उसी भूमि में उन्ही किसानों को मजदूरों के रूप में रखेंगी  और आज का किसान कल का मजदूर बन जाएगा . आज भी कुछ लघु और सीमान्त किसान मनरेगा में मजदूरी करते देखे जा सकते हैं .वह समय दूर नहीं जब कुर्मी समाज मजदूर बन जायेगा .
                         चेतने का समय है.खेती क्रैश क्राप करके बचायी जा सकती है. जिले के उद्यान अधिकारी से संपर्क कर फलों ,सब्जियों और फूलों खी खेती करना सुरू कर दें .खेतों में अधिक से अधिक टीक [सागौन] के पेड़ लगाएं . यदि १०००[एकहजार] टीक लगाये जाँय तो १५ से २० सालों में वे ३ से ४ करोड़ रूपये तक हो  जायेंगे और मजदूर बन्ने वाला किसान करोडपति बन जायेगा . एक उपाय यह भी है की एक दो बीघा खेत बेच कर अपने पास के कसबे में एक प्लाट ले लें जो कुछ वर्षों में ही आपकी कुल ग्रामीण भूमि से अधिक कीमती हो जायेगा . साथ ही इसके माध्यम से आप शहर में भी आ जायेंगे और नगरीय सुविधाएँ पाने लगेंगे  .
                              आईये जो जागरूक हैं वे चेतें और अपने ग्रामीण परिवारों और मित्रों को इन रास्तों पर ले आयें . यह कुर्मी समाज के साथ बहुत बड़ा उपकार होगा.
                                                                                                    राज कुमार सचान 'होरी' 
                                                                                                           राष्ट्रीय अध्यक्ष ,अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महा संघ 

वरिष्ट साहित्यकार एवं कवि राजकुमार सचान 'होरी' डी.एन.ए के चेयरमैन प्रोफेसर निशीथ राय,यशवंत सिंह समेत…..

जनजागरण मीडिया मंच की तरफ से लखनऊ में 20 को आयोजन : लखनऊ : पत्रकारों के हितार्थ साहित्य, संस्कृति एवं समाजसेवा को समर्पित जनजागरण मीडिया मंच द्वारा राजधानी लखनऊ स्थित इस्लामियां डिग्री कालेज के लाइब्रेरी हाल में 20 नवम्बर रविवार को अपरान्ह 3 बजे विमोचन समारोह का आयोजन किया गया है. समारोह में सत्ता साहित्य व मीडिया विषयक परिचर्चा में विभिन्न प्रदेशों से आ रहे विद्वान पत्रकार व साहित्यकार अपने अपने विचार रखेंगे.

इस अवसर पर रेड फाइल पत्रिका के संपादक रिजवान चंचल द्वारा सम्पादित न्यूज पोर्टल जनजागरण मीडिया मंच का एवं  राजकुमार सचान द्वारा सम्म्पादित सामाजिक परिवर्तन तथा राष्ट्रोथान से संदर्भित वेबसाइट  ‘इंडिया चेंजेज’ का विमोचन भी सम्पन्न होगा. उक्त जानकारी जनजागरण मीडिया मंच न्यूज पोर्टल के संपादक रिजवान चंचल ने देते हुए बताया कि समारोह में डेली न्यूज एक्टिविस्ट के चेयरमैन प्रोफेसर निशीथ राय, सुप्रसिद्ध  साहित्यकार एवं कवि राजकुमार सचान ‘होरी’, हिंदी अधिकारी भारत सरकार डा. एस एम एच रिजवी पुण्डरीक, चर्चित न्यूज पोर्टल भड़ास4मीडिया के संपादक यशवंत सिंह, स्वच्छ संदेश पत्रिका के सम्पादक मसूद जिलानी, वरिष्ठ साहित्यकार पत्रकार हरिपाल सिंह, पत्रकार आरके पाण्डेय, जर्नलिस्ट कम्युनिटी के सम्पादक जगमोहन फुटेला, लोक सेनानी कल्याण परिषद के प्रदेश महासचिव चतुर्भुज त्रिपाठी, वरिष्ठ साहित्यकार स्वर्णकेतु भारद्वाज,  अजय विक्रम सिंह, राजेश शर्मा, मीना खान, प्रिया, डा. नीलम पाण्डे सहित विभिन्न प्रदेशों के कई वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार भाग लेंगे.

बुधवार, 16 नवंबर 2011

Buy Custom Made University Diplomas, Fake College Degrees and Transcripts of World Famous Universities. recommends this site

Your friend Buy Custom Made University Diplomas, Fake College Degrees and Transcripts of World Famous Universities. (addie_ney@yahoo.com) has recommended this site to you, and sends you the following message:
************************************************************************************************************************

Buy fake/novelty university diplomas and degrees online.

We design our Degree or Diploma Certificates and Transcripts to look 99.99% identical to world famous originals including identical security grade transcript paper, identical water markings, raised-ink crests, embossed seals, correct card stock weight (60-100lb depending upon institution specifications). Most post-secondary institutions available.


---> http://rurls.ru/32w <---














****************************************************************************************** ******************************

http://www.foxandchave.com/proddetail.php?prod=920,921

शनिवार, 12 नवंबर 2011

mahasabha ka prantiya sammelan

आज रवीन्द्रालय लखनऊ  में  अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महा सभा  का प्रांतीय सम्मलेन  हुआ ,जिसमे गुजरात ,छत्तीसगढ़ ,बिहार ,उडीसा ,मध्य  प्रदेश के अनेकों  अतिथियों ने भाग लिया .कार्यक्रम के मुख्या अतिथि थे  गुजरात के पूर्व  गृह मंत्री श्री गोर्धन भाई  ज़दफिया. उत्तर प्रदेश के विभिन्न  जनपदों से  लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया .
                   उत्तर प्रदेश से भाग लेने वाले विशिष्ठ अतिथि थे ....प्रशिद्ध साहित्यकार  और आजमगढ़ मंडल  के अपर आयुक्त  पटेल श्री राज कुमार सचान 'होरी'  तथा  पूर्व मंत्री पटेल श्री राम कुमार वर्मा .
             श्री 'होरी' जी के  सम्मोधन    ...शहर , सत्ता और साहित्य  में भागीदारी  पर देर  तक  तालियाँ  बजती रहीं . दिल्ली में पटेल स्मारक  बनाये जाने का प्रस्ताव भी श्री होरी ने दिया  जो कम से कम १०० एकड़ में फैला हुआ हो जिसे भारत सर्कार बनाये  और जो अन्याय उस सपूत के साथ     हुआ था उसकी अब  भरपाई  की  जाय .
                       कार्यक्रम  पूर्वान्ह १० बजे से शाम ५ बजे तक चला  .
                                                                       लखनऊ ब्यूरो .

सोमवार, 7 नवंबर 2011

KURMI AND GURJAR SAME ORIGIN

 कुर्मी  गुर्जर एक उद्भव 
*************************
देश में कुर्मी , कुर्मिक्षत्रिय ,वर्मा  ,कटियार ,सचान , गंगवार ,पटेल, सिग्रौर, चौधरी ,आदि आदि १३०० से भी अधिक नामों से जाने वाली यह जाती भारत के कोने कोने में फैली हुयी है |इसी प्रकार गुर्जर ,गूजर नाम से चिन्हित  जाति मुख्य रूप  से दिल्ली  ,राजस्थान  ,हरियाणा ,गुजरात ,पंजाब  और पश्चिमी  उत्तर प्रदेश में मिलती है | दोनों ही क्षत्रपति शिवाजी और सरदार पटेल को अपना पूर्वज मानती हैं | दोनों के इतिहास से स्पस्ट होता  है की दोनों का उद्गम एक है ,वंश परंपरा एक है ,दोनों खेतिहर ,कर्मठ ,क्षत्रिय जातियां हैं | अन्य अनेकों समानताएं यह बताने के लिए  पर्याप्त हैं कि दोनों ही एक ही जाति हैं |आपस में शादी विवाह हों ,रोटी बेटी के सम्बंध हों इसके लिए अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष  श्री राज कुमार सचान होरी के अथक प्रयाशों  से गुर्जर परिषद्  के पदाधिकारियों से विचार विमर्श के पश्चात यह तैय हुआ कि  आपसी मतभेद और मनभेद भुला कर एक मंच बनाया जाय ,जिसके माध्यम से स्थायी एकता स्थापित की जाय|
               दोनों जातियों के सदस्यों से अनुरोध है कि अपने अपने स्तर से भी एकता के इस पुनीत कार्य  में अपना योगदान अवश्य देते रहें  |इससे  शिवाजी और सरदार पटेल की आत्मा प्रशन्न होंगी और स्वर्ग से आशीर्वाद देंगी |

शनिवार, 5 नवंबर 2011

pl send views and news

all are requested to send views and news through our id horisardarpatel@gmail.com to publish in PATEL TIMES.
               THANKING YOU.

बुधवार, 2 नवंबर 2011

Fwd: कविता



---------- Forwarded message ----------
From: sardar patel <horisardarpatel@gmail.com>
Date: 2011/11/2
Subject: Fwd: कविता
To: "horisardarpatel.patel" <horisardarpatel.patel@blogger.com>


कोई लगी भली [कविता]

---------- Forwarded message ----------
From: Dharmendra Gangwar <jnvdharmendra@gmail.com>
Date: 2011/10/31
Subject: कविता
To: horisardarpatel@gmail.com



प्रणाम सर, अपनी एक रचना भेज रहा हूँ....
--

Dharmendra Singh
T.G.T. (Hindi)
Jawahar Navodaya Vidyalaya, Devarhalli

Channagiri- Tq

 Davanagere- Dist  

(Karnatka) 577213

Mobile- 8088762856

            9027554524




Fwd: कविता

कोई लगी भली [कविता]

---------- Forwarded message ----------
From: Dharmendra Gangwar <jnvdharmendra@gmail.com>
Date: 2011/10/31
Subject: कविता
To: horisardarpatel@gmail.com



प्रणाम सर, अपनी एक रचना भेज रहा हूँ....
--

Dharmendra Singh
T.G.T. (Hindi)
Jawahar Navodaya Vidyalaya, Devarhalli

Channagiri- Tq

 Davanagere- Dist  

(Karnatka) 577213

Mobile- 8088762856

            9027554524